मिस्र के पिरामिडों का निर्माण अद्भुत इंजीनियरिंग का चमत्कार है। 4000 साल बाद इसका रहस्य अब उजागर हुआ।

गीज़ा के महान पिरामिड को 4,500 साल पहले प्राचीन मिस्रियों ने बनाया था। इसका निर्माण राजा खुफू के शासनकाल में हुआ था।

पिरामिड के निर्माण में 2.3 मिलियन चूना पत्थर के ब्लॉक्स का उपयोग हुआ, जिनका वजन 2.5 से 15 टन तक था।

नवीनतम रिसर्च में पता चला कि पिरामिडों के निर्माण के लिए नील नदी और कृत्रिम नहरों का उपयोग किया गया था।

पुरातत्वविदों ने मिस्र में ऐसे उपकरण खोजे हैं, जिनसे पिरामिड का निर्माण किया गया था। ये कांसे और तांबे के औजार थे।

मिस्र के पिरामिडों के अंदर गुप्त कक्ष मिले हैं, जिनमें राजा और रानियों के शवों को दफनाया गया था।

मिस्र के पिरामिडों को कुशल मजदूरों ने बनाया, न कि गुलामों ने। नए प्रमाणों से यह सिद्ध हुआ है।

आज भी दुनिया के कई पिरामिड वैज्ञानिकों के लिए रहस्य बने हुए हैं। उनकी तकनीक को पूरी तरह समझा नहीं जा सका है।

पिरामिडों में प्राचीन मिस्री सभ्यता के कई खजाने मिले हैं, जिनमें सोने-चांदी की मूर्तियां और ऐतिहासिक दस्तावेज शामिल हैं।

आज भी मिस्र के पिरामिड कई रहस्यों को समेटे हुए हैं। नई खोजें हमें प्राचीन सभ्यता के और करीब ला रही हैं।