सात जन्मों के कनेक्शन की धारणा धार्मिक मान्यताओं में गहराई से जुड़ी है, लेकिन विज्ञान इसे साबित नहीं कर पाया है।

हिंदू धर्म में विवाह को सात जन्मों का बंधन माना जाता है, लेकिन वैज्ञानिक रूप से इसका कोई प्रमाण नहीं है।

पुनर्जन्म की मान्यता सिर्फ हिंदू धर्म में नहीं, बल्कि बौद्ध, जैन और अन्य संस्कृतियों में भी मौजूद है।

विज्ञान के पास पुनर्जन्म या सात जन्मों के कनेक्शन को साबित करने के कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं।

कुछ लोगों का मानना है कि उन्हें पिछले जन्म की यादें आती हैं, लेकिन यह दिमाग का भ्रम भी हो सकता है।

कुछ बच्चों ने पिछले जन्म की घटनाओं को याद किया है, लेकिन वैज्ञानिक प्रमाण अब तक नहीं मिले हैं।

डीएनए में पूर्वजों की यादें संचित हो सकती हैं, लेकिन यह पुनर्जन्म को साबित नहीं करता।

कई वैज्ञानिक पुनर्जन्म को नकारते हैं, लेकिन कुछ इसे लेकर शोध कर रहे हैं।

न्यूरोसाइंस का मानना है कि पुनर्जन्म की यादें असल में दिमाग में संग्रहीत अनुभवों का मिश्रण हो सकती हैं।

धार्मिक ग्रंथों में पुनर्जन्म और सात जन्मों के कनेक्शन को महत्व दिया गया है, लेकिन विज्ञान इसे साबित नहीं करता।