ब्रह्मांड में कुछ स्थानों का तापमान चरम सीमा तक पहुंचता है। कुछ लगभग पूर्ण शून्य तक ठंडे, तो कुछ सूर्य से भी अधिक गर्म होते हैं।

ब्रह्मांड का सबसे ठंडा स्थान बूमरैंग नेबुला है, जिसका तापमान -272°C (1 Kelvin) है।

बूमरैंग नेबुला की ठंडक का कारण इसकी तेजी से फैलती गैसें हैं, जिससे यह अत्यधिक ठंडा हो जाता है।

ब्रह्मांड का सबसे गर्म स्थान CERN के LHC में बना, जहां 5.5 ट्रिलियन°C तापमान उत्पन्न हुआ।

यह तापमान सूर्य के केंद्र से 100,000 गुना अधिक था, जो बिग बैंग के तापमान के समान था।

ब्रह्मांड में क्वासर और सुपरनोवा सबसे गर्म स्थानों में शामिल हैं, जहां अरबों°C तक तापमान पहुंच सकता है।

सुपरनोवा विस्फोट में इतनी ऊर्जा निकलती है कि यह आकाशगंगा में सबसे चमकीले पिंड बन जाते हैं।

चरम तापमान वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड के विकास और भौतिकी के नियमों को समझने में मदद करते हैं।

ये तापमान ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर कर सकते हैं। वैज्ञानिक निरंतर शोध कर रहे हैं।

ये चरम तापमान ब्रह्मांड की विशालता को दर्शाते हैं। अंतरिक्ष में अभी कई रहस्य छिपे हैं।